‘मैनावती देवी राष्ट्रीय लोकगायिका सम्मान 2021’ से सम्मानित होंगी संजोली पांडेय

‘मैनावती देवी राष्ट्रीय लोकगायिका सम्मान 2021’ से सम्मानित होंगी लखनऊ की संजोली पांडेय। सांसद एवं प्रख्यात फिल्म अभिनेता रवि किशन जी की उपस्थिति में हुई पुरस्कार की घोषणा। ‘सर्व भाषा ट्रस्ट’ दिल्ली द्वारा आयोजित हुआ वर्चुअल कार्यक्रम। साहित्य, कला, संगीत से जुड़े व्यक्तियों ने अर्पित किया श्रद्धा-सुमन। मैनावती देवी ‘मैना’ के सुपुत्र, उत्तर-प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के सदस्य और लोकगायक श्री राकेश श्रीवास्तव जी ने ‘मैनावती देवी राष्ट्रीय लोकगायिका सम्मान’ की योजना की उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी दी।

अभिनेता और गोरखपुर के सांसद रवि किशन जी

मैनावती देवी ‘मैना’ जी लोकगीतों के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध व्यक्तित्व थीं। उन्होंने लोकगीतों को रचा भी, एकत्र भी किया और उसके संवर्धन में भी लगी रहीं। उनके गीत और उनकी प्रस्तुति आज हजारों गायिकाओं के लिए प्रेरणा है। उनकी पुणतिथि पर लोकगायिकाओं का सम्मान उनके प्रति असली श्रद्धांजलि है। इसके लिए राकेश श्रीवास्तव जी बधाई के पात्र हैं।-उक्त बातें फिल्म अभिनेता और गोरखपुर के यशस्वी सांसद रवि किशन जी ने बतौर मुख्य अतिथि कही। विशिष्ट अतिथि के रूप में मुजफ्फरपुर से जुड़े डॉ. जयकांत सिंह जय ने अपना उद्गार व्यक्त करते हुए मैनावती देवी ‘मैना’ जी के कार्यों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। विशिष्ट अतिथि डॉ. शरदमणि त्रिपाठी जी ने मैनावती देवी ‘मैना’ जी के गोरखपुर आकाशवाणी से जुड़े संस्मरणों को सुनाया।

‘मैनावती देवी राष्ट्रीय लोकगायिका सम्मान 2021’ के लिए चयनित संजोली पांडेय

कार्यक्रम की शुरूआत मैनावती देवी ‘मैना’ के चित्र को प्रस्तुत कर के लोकगायक राकेश उपाध्याय द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से किया गया। उसके बाद ‘सर्व भाषा ट्रस्ट’ के संयोजक-संचालक केशव मोहन पाण्डेय ने आगंतुक अतिथियों, वक्ताओं, रचनाकारों और संगीत-साधकों का हार्दिक स्वागत किया। मैनावती देवी ‘मैना’ के सुपुत्र, उत्तर-प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के सदस्य और लोकगायक श्री राकेश श्रीवास्तव जी ने ‘मैनावती देवी राष्ट्रीय लोकगायिका सम्मान’ की योजना की उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अनेक योजनाओं को बताया जिसमें मैनावती जी के साहित्य के प्रकाशन की योजना भी सम्मिलित है।
भोजपुरी साहित्य सरिता के संपादक व साहित्यकार जे पी द्विवेदी जी ने मैनावती देवी जी को भोजपुरी लोकगीतों का नगीना बताया तो डॉ. सौरभ पाण्डेय जी ने श्रेष्ठ गीतकार और गायिका। मलेशिया से जुड़े कीर्तन त्रिपाठी जी ने उन्हें संगीत की सच्ची साधिका बताया तो फिल्म निर्देशक व समीक्षक डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने परम्परा की सच्ची संवाहिका बताया। राँची से जुड़े साहित्यकार श्री कनक किशोर जी ने मैनावती देवी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डाला तो लोकगायिका प्रमीला दुबे ने उनके साथ अपने संबंधों की प्रगाढ़ता बताते हुए अतिभावुक हो गईं। मैनावती देवी जी पौत्र अमन श्रीवास्तव जी ने अपनी दादी को याद किया तो संगीता श्रीवास्तव जी ने अपनी माँ को याद करते हुए अश्रुओं से भावाभिव्यक्ति किया। जमशेदपुर से जुड़े राजेश भोजपुरिया ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें संगीत की तपस्विनी बताया तो संगीतज्ञ डॉ. विजय कपूर जी ने स्वरांजलि अर्पित की। गायिका श्वेता वर्मा ने समृद्ध लोकगीतों को देने के लिए मैनावती जी के प्रति आभार व्यक्त किया। लोकगायिका संजोली पाण्डेय ने उन्हें लोकगीतों की पूजनीय देवी बताया।


‘सर्व भाषा ट्रस्ट’ के संचालक केशव मोहन पाण्डेय ने मैनावती देवी जी के साहित्य को प्रकाशित करने की प्रतिबद्धता को दुहराया। उन्होंने ‘मैनावती देवी राष्ट्रीय लोकगायिका सम्मान 2021’ के चयन प्रक्रिया को विस्तार से बताते हुए निर्णयक मंडल के तीनो सदस्यों डॉ. अरूण कुमार, डॉ. विजय कपूर और श्रीमती संगीता श्रीवास्तव जी के प्रति आभार व्यक्त किया। अंत में ‘मैनावती देवी राष्ट्रीय लोकगायिका सम्मान 2021’ के लिए चयनित लखनऊ की लोगगायिका संजोली पाण्डेय के नाम की घोषणा की। तीनों निर्णायकों की पहली पसंद संजोली पाण्डेय रहीं। उन्हें यह सम्मान एक समारोह आयोजिक कर के दिया जाएगा।
उत्तर-प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के सदस्य और लोकगायक श्री राकेश श्रीवास्तव जी ने चयनित लोकगायिका को बधाई देते हुए अंत में सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन केशव मोहन पाण्डेय ने किया।

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