स्यावक  ब्या

  घाम द्यो घाम द्यो स्यावक ब्या,
           कुकुर   बीराव  बरेती   ग्या।
                उधली  घाम   उधली द्यो,
                  स्यावक  ब्या    यसै  भ्यो।
खुशाल सिंह खनी
बादव भीना उथकै जा,
    घामुली दीदी यथकै आ।
    भाल दा भाल दा जल्दी आ,
        बरेती  आ गई   तूरी   बजा।
 हाथिक पूठि  में बर ज्यू सवार
      बाघ देखिबेर  पड़ि गो  टूटाट ।
        गुणील थमै राखौ लम्बै  निशाण,
             नस्सै में  बानर बाट में  गीनाण।
        घाम द्यो घाम द्यो स्यावक ब्या,
       कुकुर   बीराव  बरेती   ग्या ।।
गधा बजूण फैगो मशकबीन,
    जैकैं  सुणिबेर  आगै    नीन।
        गधा गधा त्यर कै न  बाजन,
            त्यर  पूठि  में  बोजै   छाजन।
मूषक  पूठि में  ब्योलि पीटार,
गीत गैण फै गयी चाड़  गीदार।
    चीं  चीं  चूं  चूं  चीं  चीं  चूं  चूं,
      भाल दा कि तूरी बाजि धूरी तू।
          भीकानक  ढोल  ढम  ढम  ढम,
                बानरक  नाच  छम  छम  छम।
     घाम द्यो घाम द्यो स्यावक ब्या,
       कुकुर   बीराव   बरेती  ग्या ।।
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खुशाल सिंह खनी
ग्राम+ पोस्ट- नैनी
जनपद- अल्मोड़ा 263623

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